क्या सुप्रीम कोर्ट की कॉलेजियम में ऐसे जज की नियुक्ति हो सकती है जिन्होंने वर्तमान गृहमंत्री को दो दिनों की पुलिस हिरासत में भेज दिया था ?
सुप्रीम कोर्ट के सामने यह एक बड़ा सवाल उठ खड़ा हुआ है 1/n
सुप्रीम कोर्ट के सामने यह एक बड़ा सवाल उठ खड़ा हुआ है 1/n
दरअसल जस्टिस एस ए बोबडे का 14 महीने का कार्यकाल पूरा हो रहा है.उनके रिटायरमेंट में करीब 1 महीने का ही वक्त बचा है,लेकिन अभी तक उनके नेतृत्व वाले कॉलेजियम ने जज को लेकर पहली सिफारिश भी नहीं की है.इस दौरान त्रिपुरा हाईकोर्ट के मुख्य न्यायाधीश अकील कुरैशी का नाम सामने आ रहा है.2/n
लेकिन कॉलेजियम में जस्टिस अकील कुरैशी की नियुक्ति को लेकर सहमति नहीं बन पा रही है........सुप्रीम कोर्ट में 4 जजों की कमी है. जबकि, दो जज बोबडे और जस्टिस इंदु मल्होत्रा रिटायर होने जा रहे हैं. 3/n
दोनों का रिटायरमेंट अगले महीने होना है. वहीं, जस्टिस अशोक भूषण, रोहिंटन नरीमन और नवीन सिन्हा इस साल रिटायर हो जाएंगे. वहीं, वरिष्ठता के आधार पर जस्टिस कुरैशी 3 नंबर पर हैं. 4/n
उनके पहले गुजरात हाईकोर्ट के मुख्य न्यायाधीश विक्रम नाथ और दिल्ली हाईकोर्ट के चीफ जस्टिस डी एन पटेल का नाम शामिल है..
जस्टिस अकील कुरैशी ने नरेंद्र मोदी और अमित शाह के खिलाफ फैसले लिए थे. 5/n
जस्टिस अकील कुरैशी ने नरेंद्र मोदी और अमित शाह के खिलाफ फैसले लिए थे. 5/n
सोहराबुद्दीन केस में अमित शाह के रिमांड की याचिका में फैसला देते हुए जस्टिस कुरैशी ने 2010 में वर्तमान गृहमंत्री अमित शाह को दो दिनों की पुलिस हिरासत में भेजा था इसके अलावा लोकायुक्त केस में भी उन्होंने तत्कालीन गुजरात सरकार के खिलाफ फैसला सुनाया था 6/n
क्या रीढ़ की हड्डी सीधी रखते हुए जस्टिस अकील कुरेशी की नियुक्ति की सिफारिश की जाएगी या। ...... 7/7